Originally published at http://philosia.in on July 4, 2023. किसी भी रूप में विष्णु को या शिव को मानने वाले, वल्लभ हो या राधास्वामी हो, राधा को मानने वाले भक्ति करें तो ध्यान रहे कि कट्टरता से दूर रहें और भक्ति में आगे जाने के लिए मूर्त का त्याग करने की हिम्मत दिखाएं। क्योंकि कब संगठित धर्म आपके स्वधर्म के राह में सहयोगी है और कब वही बाधा बन जाता है इसको समझने के लिए ऊँचे दर्जे की बुद्धिमानी चाहिये। और हिम्मत चाहिए उसको समझने के बाद स्वधर्म के लिए सबका त्याग करके अकेले आगे बढ़ने के लिए।
बलात्कार: जिहाद का हथियार।
यहूदियों और मुसलमानों की जड़ें और रीति-रिवाज समान हैं।
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