तिलक का दृष्टिकोण पितृसत्तात्मक और रूढ़िवादी था, जिसका मानना था कि हिंदू महिलाओं को पढ़ना-लिखना सिखाने से उनके पारंपरिक गुण नष्ट हो जाएँगे और वे अनैतिक और अधीनस्थ बन जाएँगी।
सार्वजनिक गणपति उत्सव को फुले के विचारों के…
तिलक का दृष्टिकोण पितृसत्तात्मक और रूढ़िवादी था, जिसका मानना था कि हिंदू महिलाओं को पढ़ना-लिखना सिखाने से उनके पारंपरिक गुण नष्ट हो जाएँगे और वे अनैतिक और अधीनस्थ बन जाएँगी।